गेहूं की नई वेरायटी WH1270 : हिसार यूनिवर्सिटी से रिलीज हुई गेंहू की इस नई वेरायटी WH1270 का सर्टिफाइड बीज कृषि विभाग किसानों को देने जा रहा है.
गेहूं की नई वेरायटी WH1270
धान की फसल काटने के बाद अब किसान धीरे-धीरे गेहूं की फसल की बुआई करने लगे हैं. गेहूं की फसल के लिए मौसम अनुकूल दिखाई देने लगा है। नवंबर महीने से लेकर 5 दिसंबर तक गेहूं की बुआई का सही समय होता है . हर साल किसान अपने खेत से गेहूं की बुवाई कर अधिक से अधिक उत्पादन लेने की कोशिश करते हैं और अच्छे से अच्छा बीज लगाते हैं. गेहूं की नई वेरायटी WH1270
गेहूं की पांच उन्नत किस्में top high yielding wheat varieties, रोग कम और उत्पादन ज्यादा।
लेकिन इस बार पश्चिम राज्यों के किसानों के लिए गेंहू की एक नई वैरायटी आई है। हिसार यूनिवर्सिटी से रिलीज हुई गेंहू की इस नई वेरायटी WH1270 का सर्टिफाइड बीज कृषि विभाग किसानों को देने जा रहा है. किसानों को कृषि विभाग द्वारा लगाए गए 11 स्टॉल पर 1350 क्विंटल बीज सप्लाई किया जा चुका है. जबकि कुल 6000 क्विंटल बीज देने का लक्ष्य रखा गया है. पोस मशीन के द्वारा बीज वितरित किया जा रहा है. ध्यान रहे कि केवल पंजीकृत किसानों को ही यह बीज दिया जाएगा. गेहूं की नई वेरायटी WH1270
गेहूं बुवाई में खाद मात्रा और बीज उपचार की पूरी जानकारी।
उप कृषि निदेशक डॉ. राकेश कुमार ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि किसानों के लिए कई नई गेहूं प्रजातियां आई हैं, जो 90 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार की क्षमता रखती हैं. इसमें आई.आर.आई. न्यू दिल्ली से HD सीरीज की 3385 और 3386, तथा भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल से DBW 371, 372, और 327 प्रजातियां शामिल हैं. इसके अलावा, पिछले साल आई वैरायटी DBW 222, DBW 303 और DBW 187 भी महत्वपूर्ण हैं. गेहूं की नई वेरायटी WH1270
इस वर्ष हिसार यूनिवर्सिटी से एक नई वैरायटी WH 1270 रिलीज हुई है, जिसका पोटेंशियल भी 90 क्विंटल प्रति हेक्टेयर बताया जा रहा है. डॉ. राकेश कुमार ने कहा कि इस बार सहारनपुर में हम किसानों को इस वैरायटी का सर्टिफाइड बीज देने जा रहे हैं और उम्मीद है कि किसान इसे पसंद करेंगे. नई वैरायटी का 1350 क्विंटल बीज 11 स्टोर पर सप्लाई किया गया है और जैसे-जैसे किसानों की डिमांड बढ़ेगी, हम उन्हें और बीज देंगे. गेहूं की नई वेरायटी WH1270
वे
आगे कहते हैं हमारा लक्ष्य लगभग 6000 क्विंटल बीज किसानों को देने का
है. सभी वैरायटी को नवंबर के
पहले सप्ताह से दिसंबर के
पहले सप्ताह तक लगाने की
सलाह दी गई है.
कृषि विभाग के सभी स्टोर
पर बीज पोस मशीन के माध्यम से
वितरित किया जा रहा है.
पंजीकृत किसान अपना अंगूठा लगाकर बीज ले सकते हैं
और डीबीटी प्रक्रिया को खत्म करते
हुए मौके पर ही छूट
के साथ बीज दिया जाएगा.
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