एंथुरियम फूल की तरफ आकर्षित होरहे किसान, एंथुरियम फूल की खेती की पूरी जानकारी।

Anthurium ki kheti : एंथुरियम अमेरिकी मूल का पौधा है, लेकिन इसकी खेती फ्रांस और बेल्जियम से शुरू हुई थी। यह दो शब्दों एंथेस और ऑरा से मिलकर बना है। एंथुस का अर्थ है फूल जबकि आभा का अर्थ है पूंछ। इस तरह आप एंथुरियम को पूंछ वाला पौधा कह सकते हैं। Anthurium flower ki kheti

एंथुरियम फूल की तरफ आकर्षित होरहे किसान, एंथुरियम फूल की खेती की पूरी जानकारी।

Anthurium flower ki kheti

भारत में अनाज के साथ-साथ फल, सब्जी और फूलों की खेती भी बड़े पैमाने पर की जाती है। धीरे-धीरे फूलों की खेती के प्रति किसानों की रुचि बढ़ती जा रही है। फूलों की खेती से किसानों को अपनी आय बढ़ाने में मदद मिलती है और कम समय में तैयार होने के कारण एक साल में कई उपज ले सकते हैं। अब बाजार में विदेशी किस्मों के फूलों की मांग बढ़ रही है और इसे देखते हुए किसानों ने एंथुरियम की खेती शुरू कर दी है. Anthurium flower ki kheti

एंथुरियम एक बहुत ही सुंदर और आकर्षक फूल है। इसकी खेती न केवल फूलों के लिए बल्कि पत्तियों के लिए भी की जाती है। सुंदर आकार और रंगों की विविधता में पाए जाने वाले एंथुरियम की खेती साल भर पॉली हाउस में की जाती है। यह एक सदाबहार उष्णकटिबंधीय घास का पौधा है, जिसकी खेती पश्चिमी घाट और पूर्वोत्तर के राज्यों में गति पकड़ रही है। Anthurium flower ki kheti

दरअसल, एंथुरियम अमेरिकी मूल का पौधा है, लेकिन इसकी खेती फ्रांस और बेल्जियम से शुरू हुई थी। यह दो शब्दों एंथेस और ऑरा से मिलकर बना है। एंथुस का अर्थ है फूल जबकि आभा का अर्थ है पूंछ। इस तरह आप एंथुरियम को पूंछ वाला पौधा कह सकते हैं। 1980 में इसने फूल प्रेमियों का ध्यान खींचा और पूरी दुनिया में फैल गया। Anthurium flower ki kheti

भारत में शुरुआत में इसे पश्चिमी घाट के किसानों द्वारा शौक के रूप में उगाया जाता था, लेकिन अब इसकी खेती व्यावसायिक रूप से भी की जा रही है। वर्तमान में आंध्र प्रदेश, केरल, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में उगाया जाता है। Anthurium flower ki kheti

बीजों से एंथुरियम नर्सरी उगाना संभव नहीं है, इसलिए इसे प्रयोगशालाओं में टिशू कल्चर के जरिए तैयार किया जाता है। एंथुरियम के पौधे का तापमान 15 से 28 डिग्री के बीच होना चाहिए।  Anthurium flower ki kheti

पॉली हाउस में एन्थ्यूरियम की खेती के लिए बेस तैयार करना होता है। ढाई फीट ऊंचा और 25 फीट लंबा हो तो उसे सही माना जाता है। तैयार बेस पर एक खास तरह की ट्रे रखी जाती है। इन ट्रे में बर्तन रखने के लिए सांचे बनाए जाते हैं। Anthurium flower ki kheti

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एंथुरियम किसी भी मिट्टी में उग सकता है। बस मिट्टी का पीएच मान 5 से 6 के बीच होना चाहिए। रोपाई के तुरंत बाद एंथुरियम के पौधों को पानी देना आवश्यक है। एंथुरियम को साफ आरओ पानी की जरूरत होती है। सिंचाई रोजाना करनी पड़ती है, लेकिन इस बात का ध्यान रखना होता है कि पानी गमलों में जमा न हो। Anthurium flower ki kheti

एन्थ्यूरियम को दो प्रकार के उर्वरकों की आवश्यकता होती है। इसे 50 लीटर पानी में 1.62 किलो कैल्शियम नाइट्रेट, 400 ग्राम अमोनियम नाइट्रेट, 700 ग्राम पोटेशियम और 140 ग्राम आयरन मिलाकर तैयार किया जाता है। Anthurium flower ki kheti

दूसरी खाद के लिए 50 लीटर पानी में 550 ग्राम पोटेशियम, 680 ग्राम मोनो-पोटेशियम, 1.12 किलोग्राम मैंगनीज सल्फेट, 10 ग्राम बोरेक्स, 4.3 ग्राम जिंक सल्फेट और 0.56 ग्राम कॉपर सल्फेट की आवश्यकता होगी। Anthurium flower ki kheti

दोनों तैयार उर्वरकों को 1000 लीटर पानी में मिलाकर एंथुरियम के पौधों पर दिया जाता है। Anthurium flower ki kheti

एन्थ्यूरियम पर कीड़ों का हमला बहुत जल्दी हो जाता है। इससे बचाव के लिए हर हफ्ते कीटनाशक का छिड़काव करना जरूरी है। यदि किसान जैविक कीटनाशकों का प्रयोग करें तो यह बेहतर माना जाएगा। Anthurium flower ki kheti

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