किसान और मज़दूर जानता है राहुल गाँधी की टीशर्ट का राज़

जिस टीशर्ट का मज़ाक बनाया उसी को राहुल गाँधी ने ब्रांड बनाया (rahul ki t-shirt ka raz)

किसान और मज़दूर जानता है राहुल गाँधी की टीशर्ट का राज़

rahul ki t-shirt ka raz

राहुल गाँधी सर्दी के मौसम में सिर्फ हाफ बाज़ू की टीशर्ट पहन कर भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं। देश का मीडिया रोज़ाना टीशर्ट पे कोई न कोई बहस ज़रूर करा ही लेता हैं। सबको जानने की होड़ लगी हैं की आखिर क्या कारण हैं जिस वजह से राहुल कड़ी सर्दी में , ठंडी हवाओं के बीच सडकों पर चल रहा हैं , आम लोग सब गरम कपड़ों में मौजूद होते हैं मगर राहुल उनके बीच  टीशर्ट पहन भारत जोड़ो यात्रा पर चल रहे हैं। rahul ki t-shirt ka raz

क्या कारण हैं की राहुल टीशर्ट में हैं rahul ki t-shirt ka raz

देश का किसान और मज़दूर रोज़ाना चलता भी हैं और कड़ी मेहनत करता हैं , उसको पता है की जब काम किया जाता है तो सर्दी भाग जाती है। rahul ki t-shirt ka raz

जब थोड़ा तेज़ चला जाता हैं तो शरीर में गर्मी लगने लगती है ,पसीने आने लगते हैं।  किसान और मज़दूर जानता है क्योंकि वो रोज़ मेहनत करता है सर्दी में भी ,गर्मी में भी , दिन में भी और रातों को भी ,धुप में भी और बरसात में भी इसलिए जिस्म से कड़ी मेहनत करने वालों को पता है राहुल गाँधी की टीशर्ट पहनने का राज़। rahul ki t-shirt ka raz

राहुल गाँधी रोज़ाना कम से कम 15 किलोमीटर पैदल यात्रा करते है और बाकि कार से भी करते हैं। जब वो पैदल चलते हैं तो आप देखना की तेज़ी से चलते हैं उनकी 10 से अधिक स्पीड होती हैं। पीछे , आगे जो भीड़ साथ चल रही हैं उनको देखकर ऐसा लगता है जैसे वो दौड़ रहे हो। राहुल गाँधी ने अपनी पैदल यात्रा को व्यायाम बना लिया , लोगों को देखते हुए ,उनसे मिलते हुए एक टीशर्ट में ही यात्रा कर रहे हैं। rahul ki t-shirt ka raz

लोगों के शोर के बीच , उनके गले लगकर राहुल गाँधी यात्रा को पूरी कर रहे हैं। rahul ki t-shirt ka raz

राहुल गाँधी से जब मीडिया ने पुछा की आपको टीशर्ट में सर्दी नहीं लगती क्या तो राहुल गाँधी जवाब देते हुए बोले की आप किसान मज़दूर से नहीं पूछते की उनको सर्दी नहीं लगती क्या , उनके पास कपडे हैं भी सर्दी से बचने के लिए। आप मेरी टीशर्ट पर रोज़ चर्चा करते हो कभी किसान मज़दूर कारीगर गरीब की आवाज़ भी उठाओ। rahul ki t-shirt ka raz

किसान और मज़दूर जानता है राहुल गाँधी की टीशर्ट का राज़

राहुल गाँधी ने किसान मज़दूर के दर्द और ज़रूरत को कहने के साथ साथ खुद पर भी लागु किया और महसूस किया की कैसे एक गरीब इंसान ,किसान खेत में , मज़दूर काम पे , कारीगर काम पे सर्दी और गर्मी के मौसम में बिना कपड़ों के कैसे काम करता हैं। राहुल गाँधी जान गए होंगे किसान मज़दूर की मेहनत। देश को रोज़ कड़ी मेहनत करके किसान मज़दूर चलाता है और उसके बदले उसको क्या मिलता हैं सब जानते हैं। rahul ki t-shirt ka raz

राहुल गाँधी किसान और मज़दूर के जैसे काम करेगा अपनी ज़िन्दगी को उसकी तरह जीएगा तभी तो उसे किसान और मज़दूर की मेहनत का पता चलेगा। आम लोगों के लिए सही सोचेंगे , सही योजनायें बनाकर उनका विकास करेंगे। rahul ki t-shirt ka raz

घने कोहरे , घनी सर्दी में जब किसान , मज़दूर काम करता हैं तो शरीर से पसीना आने लगता है सर्दी लगना तो बहुत दूर की बात। rahul ki t-shirt ka raz

यही काम राहुल गाँधी कर रहा है खूब मेहनत , अच्छा खानपीन , अच्छा आराम। आलस को दूर , मां की मोहब्बत में चूर , आम लोगों की चिंता में भारत जोड़ों यात्रा कर रहे हैं। rahul ki t-shirt ka raz

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