काले सेब की खेती, इस सेब की कीमत है 500 रुपये।

kale seb ki kheti: ब्लैक डायमंड एप्पल बेहद आसानी से नहीं उगता है। एक ब्लैक डायमंड एप्पल की कीमत लगभग 500 रुपये तक होती है। kale seb ki kheti

काले सेब की खेती, इस सेब की कीमत है 500 रुपये। 

काले सेब की खेती ( kale seb ki kheti )

आज तक आपने कितने लाल और हरे रंग का सेब देखा होगा। लेकिन क्या आपने कभी काले रंग का सेब देखा है? जी हां काले रंग का सेब। सेब की कई वैरायटी होती हैं, जिनका स्वाद और गुण भी अलग होता है। आम दिनों में भी सेब की कीमतें भी काफी अच्छी रहती हैं। आज हम आपको जिस सेब के बारे में बताने जा रहे हैं उसे 'ब्लैक डायमंड एप्पल' के नाम से जाना जाता है। kale seb ki kheti

बता दें कि ब्लैक डायमंड एप्पल काफी दुर्लभ होता है। इसे दुनिया के हर हिस्से में आसानी से नहीं लगाया जा सकता है। इस सेब को उगाने के लिए विशेष मौसम की आवश्यकता होती है। ब्लैक डायमंड एप्पल भूटान की पहाड़ियों पर उगाया जाता है। सेब की इस किस्म को 'हुआ नियू' भी कहा जाता है। इस सेब के स्वाद की बात करें तो इसका स्वाद कुरकुरा और रसदार होता है। kale seb ki kheti

ब्लैक डायमंड एप्पल सेहत के लिए भी काफी अच्छा होता है। इसमें हाई सॉल्युबल फाइबर होते हैं, जो कि कोलेस्ट्रॉल कम करने और हार्ट डिजीज की रोकथाम में फायदेमंद होते हैं। इसमें इनसोल्युबल फ़ाइबर भी होते हैं, जो डाइजेशन सुधारने में मदद करता है। ब्लैक डायमंड एप्पल में विटामिन सी व ए के साथ-साथ पोटेशियम और आयरन भी मात्रा भी भरपूर होती है। ब्लैक डायमंड एप्पल एंटीऑक्सिडेंट से भी भरपूर होता है और शरीर को फ्री रेडिकल्स से लड़ने में भी मदद करता है। kale seb ki kheti

काले सेब की कीमत इतनी होती है

इस सेब की कीमत प्रति सेब करीब 500 रुपये चुकाने पड़ सकते हैं। इसकी कीमतें बदलती रहती हैं। ब्लैक डायमंड एप्पल को उगाने में बेहद सावधानी और खास तरह के स्किल्स की आवश्यकता होती है। इसके अलावा प्रोडक्शन के मामले में ये सेब दूसरे सेबों की तुलना में कम उगता है। जिसके कारण ब्लैक डायमंड एप्पल इतने महंगे होते हैं। काले सेब के पेड़ को फलदार बनने में 8 वर्ष का समय लगता है। kale seb ki kheti

कैसे उगता है काला सेब

ब्लैक डायनमंड एप्पल को उगाने के लिए सही मिट्टी और सही तापमान होना चाहिए। तिब्बत की जमीन ब्लैक डायमंड के उगाने के लिए सबसे अनुकूल है।  यहां दिन में सूरज की रौशनी और अल्ट्रावॉयलेट रेज सीधा फलों पर पड़ती है, वहीं रात को तापमान एक दम गिर जाता है, जिसके चलते सेब का रंग काला हो जाता है, हालांकि धूप पड़ने पर ब्लैक डायमंड एप्पल बैंगनी शेड भी ले लेता है। kale seb ki kheti

अंदर ये फल सफेद रंग के ही होते हैं। धूप और बाहरी तापमान का असर अंदरूनी हिस्से पर नहीं पड़ता। इस सेब की क्वालिटी भी दूसरों से काफी अलग होती है. इसका काला रंग और चमक की वजह से ही लोगों ने इसे ब्लैक डायमंड की उपाधि दी है। तिब्बत का सिर्फ यही फल अनोखा नहीं है. वहां उगने वाले फूल और दूसरी प्रजातियां भी रंग-रूप में एकदम अलग होती है। kale seb ki kheti

8 साल में उगते हैं फल

आमतौर पर साधारण सेब के पेड़ से 4 से 5 साल के अंदर फलों का प्रोडक्शन मिल जाता है, लेकिन काले रंग का सेब उगाने में भी बड़ी मशक्कत करनी होती है। पौधों की रोपाई के बाद 8 साल तक पेड़ की देखभाल की जाती है, तब जाकर फलों का प्रोडक्शन मिलता है। एक तरफ हर साल लाल रंग के सेबों का 80 फीसदी उत्पादन मिल जाता है, लेकिन ब्लैक डायमंड एप्पल का पेड़ एक साल में 30 फीसदी ही फल देता है, जो उत्पादन मिलता है, वो भी दूसरे देशों को निर्यात कर दिया जाता है। यही वजह है कि इसकी वैल्यू और कीमत भी काफी ज्यादा है। kale seb ki kheti
 
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